Real Horror Story In Hindi दोस्तों अक्सर कुछ ऐसे वीरान रास्ते होते हैं जिनको बड़े-बूढ़े लोगों की भाषा में भूतिया रास्तों में गिना जाता है वैसे तो जबलपुर शहर अपनी खूबसूरत सड़कों के लिए काफी मशहूर है, लेकिन कुछ रास्ते कुछ जगह यहां पर ऐसी भी है जो इस शहर को पूरी तरह से भूतिया साबित करती है।
तो आइए जानते हैं, इसी शहर से जुड़ा हुआ एक डरावना किस्सा जो नील और उसके दोस्त कमल के साथ हुआ जिसे सुनकर आपका भी रोम-रोम कांप उठेगा दोस्तों मेरा नाम नील है मेरा एक जॉब में सिलेक्शन हुआ था क्योंकि वो एक प्राइवेट जॉब थी और उसकी इनकम बहुत ही ज्यादा थी ऐसे में उस प्राइवेट जॉब को पूरी तरह से हासिल करने के लिए मुझे इंटरव्यू देना था और इंटरव्यू के लिए मुझे जबलपुर के लिए निकलना था जबलपुर शहर हमारे इलाके से Real Horror Story In Hindi बहुत ही दूर पड़ता था।
लेकिन एक अच्छी खासी कंपनी की जॉब को भला मैं ऐसे ही कैसे छोड़ सकता था इसलिए मैंने अपने दोस्त कमल को फोन किया और उसे सारी बात बताई मेरी बात सुनकर कमल ने कहा अरे भाई मुझे भी जबलपुर के लिए निकलना था वो क्या है यार वहां पर समान है ना थोड़ा सस्ता मिलता है तो ताऊ जी बोल रहे थे कि जौनपुर जाकर ही वो सारा सामान खरीद ले उसकी बात सुनकर मुझे भी काफी अच्छा लगा उसके बाद हम अपने निर्धारित समय पर गाड़ी लेकर सुबह 4:00 बजे ही निकल गए।
क्योंकि दोपहर के 12:00 के बाद मेरा इंटरव्यू था और इंटरव्यू का टाइम लगभग 1 घंटे का था सब कुछ एकदम सही चल रहा था मैं इंटरव्यू रूम में जाकर वापस से भी लौट आया और फिर हम दोनों सामान खरीदने के लिए एक बाजार में घुस गए और वहीं से सामान खरीदने में जुट गए सामान खरीदते-खरीदेते मुझे पता ही नहीं चला कि कब समय बीत गया उसके पास जब मैं घड़ी की तरफ देखा तो रात के Real Horror Story In Hindi 9:00 बज रहे थे गर्मियों का महीना था।
उस काली रात एक अजीब घटना घटी Real Horror Story In Hindi
ऐसे में टाइम का पता नहीं चलता कि कब वक्त बीत गया उसके बाद मैंने अपने दोस्त कमल को बताया कि अब काफी वक्त बीत गया है हम दोनों को निकालना चाहिए और फिर हम दोनों टाइम रहते हैं हम वहां से अपनी गाड़ी लेकर निकल पड़े हालांकि हम दोनों को काफी भूख भी लग रही थी इसलिए हम जल्दी से किसी ढाबे को ढूढ़ने के इंतजार में थे फिर थोड़ी देर तक गाड़ी को चलाने के बाद मुझे सड़क के बगल में एक छोटा सा ढाबा दिखा।
और उस ढाबे को देखकर एक बार के लिए मेरी सांस में सांस आई और उसके बाद हम दोनों जल्दी से नीचे उतरे और किसी भूखे शेर की तरह शिकार पर टूट पड़े यानी कि भूख के मारे हम दोनों खाने पर टूट पड़े थे बहुत ही सारा खाना पीना करने के बाद अब हम दोनों का पेट फूल हो चुका था तभी उस छोटे से ढाबे पर न जाने एक लड़का कहां से हमारे पास आ गया और उसने कहा अरे भाई-साहब क्या आप जबलपुर के इस रोड से निकलने वाले हैं।
इस पर हम दोनों ने अपनी गर्दन हिलाई पता नहीं क्यों लेकिन यह सुनकर उसने थोड़ा अजीब सा चेहरा बना लिया और फिर वो वहां से चला गया हमने बिल भी भर दिया था अभी हम दोनों वहां से निकलने वाले ही थे कि तभी वो लड़का फिर से हमारी तरफ भागता हुआ आया उसे लड़के को हमारी तरफ आता हुआ देखकर मैं तुरंत ही रुक गया पर मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि वो मुझे क्या कहने वाला था फिर उस लड़के ने Real Horror Story In Hindi कहा देखिए…
भाई साहब अगर आप इस सड़क को छोड़कर उस नेशनल हाईवे से चले जाओगे जो 4 किलोमीटर का फर्क देता है तो मैं आपके साथ थोड़ी दूर चलना चाहता हूं पहली बात तो उस लड़के ने हमें एक राय दी थी कि हमें इस रास्ते से जानें की बजाये इस रास्ते से जाना चाहिए जिसके बारे में वो बता रहा था और दूसरी बात जैसे हम जानबूझकर उसे अपने साथ ले जा रहे हो उसके इन बातों को सुनकर मैं उसके ऊपर गुस्सा होते हुए बोला?
इस इंसान की बात ना मानने का नतीजा Real Horror Story In Hindi
अरे भाई सुन तो ना हमारे ऊपर कोई एहसान कर रखा है क्या जो हम तुझे अपने साथ लेकर जायेंगे कमल की बात मुझे ठीक लगी और फिर मैंने उस लड़के को वहां से भगा दिया भागते हुए उस लड़के ने कहा देखिए भाईसाहब आपके साथ अच्छा नहीं होगा मैं आपके भले के लिए बोल रहा था और इतना कहकर वो लड़का वहां से चला गया फिर हमने भी उसकी बातों पर ध्यान नहीं दिया और गाड़ी स्टार्ट करके दोनों ही वहां से निकल पड़े रास्ते में गाड़ी चलाते-चलाते हम दोनों यही सब बातें कर रहे थे।
कि आखिर वो लड़का हमसे क्या कहना चाहता था Real Horror Story In Hindi लेकिन हम उस लड़के की बातों का मतलब समझ पाने में नाकाम थे थोड़ी देर तक गाड़ी चलाने के बाद मुझे महसूस होने लगा की गाड़ी में कुछ तो हुआ था गाड़ी जैसे-जैसे आगे जा रही थी तो वैसे-वैसे ऐसा लग रहा था की जैसे की गाड़ी के बोनट के अंदर से किसी चीज के खटकने की आवाज आ रही हो ये आवाज केवल एक बार नहीं आई थी बल्कि बार-बार मेरे कानों में सुनाई दी थी इसलिए मैंने गाड़ी को रोकना ही बेहतर समझा इस वक्त हम एक ऐसी रोड पर थे।
जहां पर चारों तरफ सन्नाटा पसरा हुआ था एक चीज और थी जो यहां पर हमें बहुत हैरान कर रही थी वो थी यहां से गाड़ियों का आगमन मुझे मेरी गाड़ी के अलावा कोई भी दूसरी और गाड़ी यहां से गुजरते हुए नजर नहीं आ रही थी अब मेरी गाड़ी धीरे-धीरे जबलपुर के पुल पर पहुंची जैसे मेरी गाड़ी उस पुल के ऊपर पहुंची तो अचानक से मेरा दोस्त कुछ हलचल करने लगा ऐसा लग रहा था कि उसे कुछ नजर आया हो उसने एकदम से कहा भाई तू पीछे मत देखना।
अगर तूने पीछे देखा तो बहुत ही बड़ी गड़बड़ हो जाएगी मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि वो ऐसा क्यों कह रहा है उसके इतना कहते ही हमारी गाड़ी को तेज झटका लगा और वो झटका इतना तगड़ा था की गाड़ी एकदम से हिलकर वहीं पर रुक गई अब मैं ना तो पीछे मुड़कर देख सकता था और ना ही मुझे समझ में आ रहा था कि Real Horror Story In Hindi आखिरकार गाड़ी में क्या प्रॉब्लम हुई है इधर मेरे दोस्त की हालत थोड़ी खराब लग रही थी उसके माथे से पसीना टपक रहा था।
और वो पसीने से लथपत हो गया था उसके बाद मैंने अपने दोस्त को आराम से बैठने को कहा और मैं गाड़ी से नीचे उतर गया मैं गाड़ी से नीचे उतर कर बस यही देखना चाहता था की गाड़ी के बोनट के अंदर से जो आवाज आ रही थी वो आखिर है किस चीज की फिर उसके बाद में नीचे उतरा और सीधा गाड़ी के बोनट के पास पहुंचा और बोनट को खोलकर अंदर देखने लगा लेकिन हैरान की बात तो यह थी कि वहां का मामला एकदम ठीक था मुझे गाड़ी के अंदर कोई भी समस्या दिखाई नहीं दे रही थी।
आधी रात को अचानक गाड़ी इस वजह से हुई ख़राब Real Horror Story In Hindi
ऐसा भी तो हो सकता था की कोई ऐसी प्रॉब्लम हुई हो उसके बारे में मुझे मालूम ना हो लेकिन मैंने काफी बार अपनी गाड़ी को बीच रास्ते में रुकते हुए भी देखा था और उसकी सारी चीजों के बारे में मैं अच्छी तरह से जानता था थोड़ी देर तक सोचने के बाद मैंने अपने दोस्त को इशारा किया Real Horror Story In Hindi की वो गाड़ी को स्टार्ट करके देखे लेकिन उसे तो मेरी बात सुनाई ही नहीं दी थी, उसके बाद मुझे लगा कि गाड़ी के अंदर कुछ तो चल रहा है इसलिए मैं जल्दी से ड्राइविंग सीट के पास पहुंचा
तो मैंने देखा कि मेरा दोस्त बहुत ही ज्यादा डरा हुआ था वो सीट के कोने से दुबक कर बैठा हुआ था फिर मैंने उससे कहा अरे भाई क्या हुआ तू इस तरह की हरकत क्यों कर रहा है मेरी बात सुनते एक बार के लिए उसने मेरी तरफ देखा और बोला भाई देख तू जानता नहीं है ये इलाका पूरा तांत्रिकों का इलाका है यहां पर कब क्या हो जाए किसी को नहीं मालूम और हमारे साथ भी कोई अनहोनी हो सकती है।
उसकी बात सुनकर मुझे भी थोड़ा अजीब लगा मगर फिर मैंने उससे कहा अरे भाई ऐसा कुछ नहीं होता यार तांत्रिक भी हमारी तरह इंसान ही होते हैं और भला हमारी उनसे क्या दुश्मनी है जो वो लोग हमें कोई नुकसान पहुंचाएंगे मैंने इतना ही कहा था कि तभी मेरे दोस्त कमल की हालत बिगड़ने लगी अब उसे उल्टियां होने लगी और हद तो तब हो गई जब मैंने देखा कि उसका चेहरा बहुत ही ज्यादा अजीब हो गया है उसका चेहरा एकदम से बदलने लगा था ऐसा लग रहा था।
जैसे कि वो मेरा दोस्त है ही नहीं उस वक्त मैं उसको देखकर यह बिल्कुल भी नहीं कह सकता था कि मेरा दोस्त कमल ही है और अब तो मुझे भी इस चीज का एहसास हो चुका था की यहाँ पर कुछ तो अजीब है तभी उसने अपने हाथ से इशारा करते कहा वो देख भाई उस ब्रिज के ऊपर वो 12 लोग हम दोनों को मार देंगे उसकी बात सुनकर Real Horror Story In Hindi मेरी हालत बद से बध्तर होती जा रही थी दूसरी तरफ मेरा दोस्त जो मुझे डराने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा था।
मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि अब मुझे क्या करना चाहिए एक तरफ मेरी गाड़ी भी बीच रोड पर खड़ी हो गई थी और इसी बीच मैंने देखा की एक हेडलाइट की रोशनी पहली बार हमारी गाड़ी के अलावा उस सड़क पर पड़ी थी जैसे ही मैंने पीछे देखा तो मैंने पाया की वो एक माल से लदा हुआ एक टेंपो था और उस टेंपो को अपनी तरफ आता हुआ देखकर मैंने उसके सामने हाथ दिखाने शुरू कर दिए लेकिन हैरानी तो इस बात की थी।
जैसी ही मैंने उसके सामने अपना हाथ दिखाने शुरू किया तो उस टेंपो की स्पीड कम होने की बजाए बढ़ने लगी शायद वो मुझे कोई गलत आदमी समझ बैठे थे फिर मैं सड़क से हटते हुए उसके आगे हाँथ जोड़ते हुए मैंने आवाज लगाई और इस बार मेरी आवाज का कुछ तो फायदा हुआ क्योंकि उस आदमी ने तुरंत ही अपनी गाड़ी को हल्की रफ़्तार में किया और फिर हमारी ही गाड़ी के बगल में लाकर उसने अपनी गाड़ी का ब्रेक लगा दिया पर जैसे ही उसकी गाड़ी हमारी गाड़ी के बगल में आकर रुकी…
तो मैं उसके पास भागता हुआ गया और फिर मैंने उससे कहा देखिये भाई साहब मैं कोई गलत आदमी नहीं हूँ दरअसल यहाँ पर मेरी गाड़ी ख़राब हो गई है और मेरा दोस्त भी बड़ा अजीब तरह से बर्ताव कर रहा है उसके बाद मैंने उस ड्राइवर को सारी बात बताई मेरी बात सुनने के बाद वो भी हैरान हो गया लेकिन फिर उसने बताया Real Horror Story In Hindi की ये रास्ता बिल्कुल भी ठीक नहीं है और रात में यहां से वही आदमी गुजर सकता है जो इस रास्ते से दिन रात गुजरा हो जिसको इसके बारे में पूरा अनुभव हो अब आपको एक काम करना होगा
आप अपने दोस्त को लेकर यहां से थोड़ी दूर आगे पड़ने वाले एक तांत्रिक बाबा के मंदिर में पहुंच जाइए आप जैसे वहां पर पहुंचोगे तो आपके साथ सब कुछ सही होने लगेगा बाकी का काम उस तांत्रिक बाबा का है और वो कुछ पैसे तो लेगा लेकिन आपके दोस्त को एकदम सही कर देगा दोस्तों इतना कहने के बाद उस आदमी ने मुझे मेरी गाड़ी को सड़क से हटाने का इशारा किया और उसके बाद हमने किसी तरह से धक्का वगैरह करके अपनी गाड़ी को सड़क से सुरक्षित नीचे उतारा और उसे सड़क के किनारे खड़ा कर दिया अब हम दोनों यहां से पैदल ही अपने लक्ष्य यानी की उस मंदिर तक पहुंचना था
जिसके बारे में अभी-अभी उस आदमी ने मुझे बताया था दूसरी तरफ मेरे दोस्त की हालत भी खराब होती जा रही थी और मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि मैं करूं तो करूं क्या किसी तरह से मैं गाड़ी के अंदर पहुंचा तो मैंने देखा की वो अभी भी वैसे ही हालत में था बार-बार वो सामने की तरफ इशारा करता और कुछ लोगों के होने का दावा करता मैं उसे गाड़ी से नीचे उतारकर Real Horror Story In Hindi नीचे ले आया हालांकि अब तक उसके शरीर में कोई हलचल नहीं दिखाई थी और वो अभी भी इस ब्रिज की तरफ ही देख रहा था जिसको देखकर मुझे भी थोड़ा अजीब लग रहा था,
फिर उसके बाद वो टेंपो वाला आदमी तुरंत ही अपनी गाड़ी लेकर वहां से निकल पड़ा उस आदमी को जाता हुआ देखकर मेरी सांसे अब और भी तेज होने लगी थी मगर फिर मैं थोड़ी सी हिम्मत जुटाई और अपने दोस्त को पकड़कर वहां से लेकर जाने लगा लेकिन जैसे वो टेंपो वहां से निकली तो अचानक ही मेरे दोस्त ने हलचल करना शुरू कर दिया अब उसका शरीर पहले से काफी ज्यादा ताकत वाला महसूस हो रहा था उसने मुझे पता नहीं कहां से धक्का मारा और मैं सीधा सड़क पर गिर पड़ा।
इससे पहले की वो मेरे ऊपर झपट पड़ता की अचानक ही मुझे किसी के कदमों की आहट सुनाई दी तभी मैंने देखा कि मेरे दोस्त के बिल्कुल पीछे की ओर एक आदमी आ रहा था जिसने बिल्कुल सफेद रंग के कपड़े पहन रखे थे और वो सीधा मेरे दोस्त के पास आया और उसने कहा शांत हो जा वरना ये जल मैं तेरे ऊपर छिड़क दूंगा उसकी ये बात सुनते ही मेरी आंखें फटी की फटी रह गई दरअसल मैंने देखा कि उस आदमी के हाथ में एक छोटी सी पानी की शीशी थी वो सीसी कांच की थी जिसके अंदर थोड़ा सा पानी भरा हुआ था।
और जैसे मैंने अपने दोस्त को छटपटाता हुआ देखा तो मैं हैरान हो गया वो उस पानी की सीसी को देखकर इतना डर गया था कि अब वो उस आदमी के सामने गिड़गिड़ाने लगा तभी उस आदमी ने कहा चुपचाप मेरे साथ चल उस सफेद कपड़े पहने हुए उस आदमी का यह रूप देखकर Real Horror Story In Hindi मैं खुद घबरा गया था और उसने एक बार भी मेरी तरफ नहीं देखा और मेरे दोस्त कमल को पकड़ कर उसे अपने साथ लेकर जाने लगा।
फिर मैं भी अब उनके पीछे-पीछे चलता जा रहा था थोड़ी देर तक उनके पीछे पीछे चलने के बाद मुझे सामने की तरफ एक बड़ा सा मंदिर दिखाई देने लगा उस मंदिर को देखकर मेरी सांस में सांस आई और अब तक मेरा दोस्त भी काफी हद तक मुझे ठीक लग रहा था अब हम दोनों ठीक उसे मंदिर के सामने पहुंच गए वहां पर जाते ही मेरे दोस्त ने फिर से वही करतूत दिखाना शुरू कर दिया जो उसने थोड़ी देर पहले की थी उसका शरीर पत्थर की तरह मजबूत हो गया था।
और अब उसके शरीर की ताकत काफी ज्यादा बढ़ गई थी लेकिन उस आदमी के सामने वो ज्यादा देर तक टिक नहीं पाया और उसके सामने नतमस्तक हो गया फिर उसके बाद उस आदमी ने मेरे दोस्त की टांग पकड़ी और उसे घसीटते हुए उस मंदिर के अंदर तक लेकर गया क्योंकि जैसे-जैसे उसके कदम उस मंदिर के अंदर पड़ रहे थे तो वैसे-वैसे Real Horror Story In Hindi वो अपने पैरों को एक जगह पर जमाने की कोशिश कर रहा था लेकिन उस आदमी के सामने कमल की एक न चली और वो उसे उस मंदिर के अंदर मौजूद एक तांत्रिक बाबा के सामने ले गया।
पर जैसी ही मैंने वहां का नजारा देखा तो मेरी आंखें फटी की फटी रह गई वो मंदिर दिखने में भले ही किसी मंदिर की तरह था लेकिन वहां चारों तरफ मुझे हड्डियां ही पड़ी हुई नजर आ रही थी और वो भी कोई मामूली हड्डियां नहीं थी बल्कि किसी इंसान की तरह दिखने वाली हड्डियां थी एक बार के लिए तो मुझे लगा कि कहीं मैं गलत जगह पर तो नहीं आ गया लेकिन उसके बाद उस सामने की तरफ बैठे हुए तांत्रिक बाबा ने कहा बेटा चिंता मत करो मैं तुम्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाऊंगा यह एक तांत्रिक का मंदिर है और यहां पर इस तरह की चीजें आम है।
फिर उसके बाद उस आदमी ने मुझे एक तरफ बैठने का इशारा किया और मेरे दोस्त कमल को उसने अपने बगल में बैठा लिया मुझे डर तो इस बात का लग रहा था कि कहीं यह लोग कमल के साथ कुछ गलत ना कर दे थोड़ी देर तक वहीं पर बैठे रहने के बाद मैंने देखा कि कमल की हालत अब ठीक होने लगी थी और साथ ही उन दोनों तांत्रिकों ने भी अब अपने हवन को वहीं पर रोक दिया था शायद सब कुछ सही हो गया था तभी पता नहीं कैसे लेकिन मेरी आंखें थोड़ी भारी होने लगी और उसके साथ ही कब मेरी आंख लग गई मुझे पता ही नहीं चला।
पर जब सुबह मेरी आंख खुली तो मैंने देखा कि हम दोनों उस मंदिर के सीढ़ियों के ऊपर लेते हुए थे और वहां पर मुझे दूर-दूर तक कोई भी नजर नहीं आ रहा था ऊपर से जब मैंने उस मंदिर के अंदर का नजारा देखा तो मेरे हाथ पैर सुन पड़ गए क्योंकि मंदिर के अंदर भी कुछ गिने चुने ही कमरे थे और उनके अंदर एक दो ही मूर्तियां पड़ी हुई थी और वहां का बाकी का नजारा एकदम साफ था यानी कि जो लोग हमें रात को नजर आए थे वो कोई इंसान नहीं थे।
तभी मैंने अपने दोस्त की तरफ देखा तो वो भी अब बिल्कुल नॉर्मल लग रहा था जब मैंने अपने दोस्त से पूछा तो उसने बताया कि रात को जब वो टॉयलेट करने के लिए गाड़ी से नीचे उतरा था तो उस वक्त अचानक ही उसे अपने पीछे से किसी आदमी के होने का एहसास हुआ फिर जब वो पीछे पलटा तो उसने देखा कि वहां पर उसे एक आदमी दिखाई दिया जिसने बिल्कुल सफेद रंग के कपड़े पहने हुए थे वो आदमी सीधा उसके पास गया और फिर कमल को जोरदार धक्का मारा धक्का मारते ही कमल जोर से नीचे गिर पड़ा
और उसके बाद जब कमल चिल्लाते हुए उठा तो उसने देखा कि वो सफेद कपड़े पहने वाला वो आदमी अचानक ही वहां से गायब हो गया था उस आदमी के वहां से गायब होते ही कमल भागते हुए गाड़ी के पास आया Real Horror Story In Hindi और उसके बाद क्या हुआ उसे कुछ भी याद नहीं दोस्तों कमल की ये बात सुनकर मैं समझ गया कि आखिर वो कहना क्या चाहता था फिर मैं अपने दोस्त कमल को लेकर सीधा गाड़ी के पास पहुंचा और हमारी गाड़ी ठीक उसी जगह पर खड़ी थी।
जहां पर हमने रात को उसे छोड़ा था इस बार मैंने जैसे गाड़ी को स्टार्ट करने की कोशिश की तो पहली बार में गाड़ी स्टार्ट हो गई जो की एक अजीब सी चीज थी फिर उसके बाद मैं अपनी गाड़ी को लेकर वहां से निकल गया और घर जाकर मैंने घर वालों को पूरी बात बताई दोस्तों हमारी बात सुनने के बाद घर वाले भी डर से कांप उठे उसके बाद काफी बार हमने देवी देवताओं के मंदिर में भी पूजा करवाई और काफी सारे कार्यक्रम भी फिर उसके बाद से हमें कभी कुछ भी नहीं हुआ तो दोस्तों इस कहानी में बस इतना ही कहानी आपको पसंद आई हो तो फिर मिलते हैं एक और एक कहानी के साथ।
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